राजस्थान के रणंथभौर टाइगर रिजर्व 75 , 25 के लापता होने पर कमेटी बनी, शिकार या कुछ और वजह

 राजस्थान के रणंथभौर टाइगर रिजर्व 75, 25 के लापता होने पर कमेटी बनी, शिकार या कुछ और वजह 


राजस्थान की प्रसिद्ध टाइगर सेंचुरी रणथम्भोर राष्ट्रीय अभ्यारण में बीते एक साल से टाइगर की संख्या लगातार घाटी है। एक बाघ की मोत और 25 बाघों के लापता होने की खबर है। लापता बाघों के लिए एक कमेटी बनाई गयी थी । जाँच के बाद आई रिपोर्ट में कहा गया है की 11 टाइगर कैमरा ट्रैप या अन्य माध्यमों से पिछले एक साल से दिखाई नहीं दे रहे है ।


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कमेटी में एपीसीसीएफ राजेश गुप्ता को अध्यक्ष जयपुर के वन सरक्षण टी मोहनराज और भरतपुर के उपवन सरक्षण मानस सिंह को कमेटी सदस्य बनाया गया है ।

उन्होंने बताया है , हम सभी सदस्य बैठ कर जाँच के लिए रणनीति तय करेंगे और हम फिल्ड पर जायँगे , लापता बाघों की जानकारी जानकारी इकट्ठा करनेके लिए इंटेसिव ट्रैकिंग करेंगे जो फिल्ड ऑफिसर कर भी रहे है लेकिन हम यह और भी सघनता से करेंगे 


उन्होंने खा " कमेटी सारे रिकॉर्ड देखेगी और फिर देखेंगे इस पर क्या इंप्रूवमेंट करने की जरूरत है 

साल 2022 के मार्च तक 

साल 2022 के मार्च तक के आकड़ो के मुताबिक , भारत में 53 टाइगर रिजर्व है , जिनकी निगरानी नेशनल अथॉरिटी करती है। 

गणना के मुताबिक

गणना के मुताबिक भारत में बाघों की सबसे ज्यादा संख्या मध्यप्रदेश में 526 है , उनके बाद कर्नाटक में 524 , उत्तराखंड में 442 ,  महाराष्ट्र में 312 है । 


बाघों की मोत भी राजस्थान वन विभाग के लिए चिनौती बानी हुई है रणथम्भोर रिजर्व से सटे एक गांव में टाइगर मरा हुवा पाया गया 

इसके पूर्व भी प्रदेश में अलग अलग जगह बाघ मरे हुए पाय गए । मिडिया रिपोर्ट के अनुशार 10 जनवरी 2023 को टी-57 की मोत हुई , 31 जनवरी को टी-114 और उसके सवाक की मोत हुई । 



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